ये जवानी है दीवानी
विजय कुमार जायसवाल ये जवानी है दीवानी दो एकदम जुदा लड़का-लड़की के बीच
की प्रेम कहानी है| फिल्म का नायक एक बेपरवाह, शरारती नौजवान है,कबीर थापर उर्फ बनी (रनबीर कपूर)एक बेफिक्र लड़का,जिसका सपना दुनिया घूमना है और जिसे शादी के बंधन में यकीन नहीं है, इसलिए उसे खूबसूरत लड़कियों से सिर्फ दोस्ती करना पसंद है| जो अपने सपनों को अपनी एक ही जिंदगी मे जी लेना चाहता है| वो अपने पिता (फारुख़ शेख़) और सौतेली मां (तन्वी आज़मी) के साथ रहता है| फिल्म में रनबीर कपूर यायावर हैं, उन अनेक युवाओं की तरह, जो एक-एक रुपया इसलिए बचाते हैं ताकि दुनिया देख सकें| नैना (दीपिका पादुकोण) जो बनी के ही स्कूल में पढ़ती थी और अब मेडिकल की
पढ़ाई कर रही है और एक शर्मिली-पारंपरिक लड़की है| नैना की माँ का सपना अपनी इकलौती
बेटी को डॉक्टर बनाना है। वो नहीं चाहती कि नैना स्टडी के अलावा कहीं और अपना
ध्यान और वक्त लगाए। अवि (आदित्य रॉय कपूर) और अदिति (कल्की कोचलीन कश्यप) बनी के
सबसे अच्छे दोस्त हैं\ अदिति को अवि से प्यार है लेकिन उसने ये बात कभी ज़ाहिर नहीं की\ उलझी हुई पर्सनेलिटी, विस्की और क्रिकेट मैच पर दांव लगाने वाला अवि, अदिति के इस प्यार को कभी उतना
तवज्जो नहीं देता और अदिति के सबसे करीब होने के बावजूद भी वो दूसरी लड़कियों में उलझा रहता है\ अवि और अदिति, बनी के सबसे अच्छे दोस्त हैं\बनी, नैना, अवि और अदिति एक ही कॉलेज से पढ़कर
निकले हैं इसलिए एक दूसरे को जानते हैं \ एक दिन अदिति, नैना को एक मुलाकात में अपने मनाली ट्रिप के बारे में बताती है,नैना अपने ऊपर लगे मम्मी के प्रतिबंधों से परेशान है, जो उसकी आजादी छीनते हैं\ वो अब इन सब से एक ब्रेक चाहती है\ तो अचानक से तैयार होकर वो भी
इनके साथ ट्रिप पर निकल पड़ती है\ जहां पर उसकी मुलाकात बनी से होती है \बन्नी से मिलने के बाद नैना को
लगता है कि हर वक्त दूसरों के सपनों को पूरा करने के लिए भागने की बजाए उसे अपने
लिए वक्त निकालना चाहिए।ट्रिप के दौरान बनी और नैना एक दूसरे का साथ पसंद करने
लगते हैं हालांकि दोनों के बीच ज़रा भी समानता नहीं है\फिर एक दिन नैना, बनी के सामने अपना प्यार जताने ही वाली होती है लेकिन तभी पता चलता है कि
बनी को शिकागो युनिवर्सिटी में छात्रवृत्ति मिल गई है\अब क्योंकि बनी को घूमने का शौक है
इसलिए वो इस मौके को गंवाना नहीं चाहता और शिकागो चला जाता है\
आठ साल बाद बनी अपनी दोस्त अदिति की शादी के लिए भारत लौटता है जहां उसकी
मुलाकात दोबारा नैना से होती है\एक बार फिर पुराना प्यार जागता है लेकिन नैना खुद को आगे बढ़ने से रोक
लेती है क्योंकि बनी तो दुनिया घूमना चाहता है लेकिन वो अपने परिवार औऱ क्लीनिक
(नैना अब डॉक्टर है) को नहीं छोड़ना चाहती\ लेकिन इस बार बनी, नैना के दिल का हाल पढ़ लेता है और उसे खुद भी प्यार हो जाता है \ इस बार बनी नैना को नए साल का सरप्राईज़ देते हुये उससे खुद ही प्यार का
इजहार कर देता है और यहीं कहानी बनी और नैना के प्रेम मिलन पर खत्म होती है\
फिल्म का टेक्सचर औऱ मेकिंग काफी हद तक युवाओं को फोकस में रखकर किया है \संवाद लेखक ने अयान मुखर्जी की कहानी में अपने युवा और समकालीन डायलॉग से
खूबसूरती बढ़ा दी है\जैसे- नैना की मां कहती है,‘जो लड़कियां ज्यादा आजाद होती हैं वह प्रेगनेंट हो जाती है’|नैना कहती है,‘बनी तू जितना भी ट्राई कर लाइफ में कुछ ना कुछ तो छूटेगा ही’| बनी कहता है,‘वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता, बीतता वक़्त है लेकिन खर्च हम होते हैं’|बनी का यह कहना, ‘फ्लर्ट सेहत के लिए अच्छा होता है’|चार दोस्तों के बीच की कैमेस्ट्री
और उनके चुकटुले दोनों ही दर्शकों को शुरु के एक घंटे बांधे रखते हैं\इंटरवेल के बादउदयपुर में अदिति की शादी का उत्सव दर्शकों को बांधे रखता
है पर थोड़ा लंबा खिच गया है \नैना का एक पढ़ाकू लड़की से जीवंत लड़की बनना या फिर बनी और नैना के बीच
भावुक क्षण, ऐसे कई सीन है जो आपको बांधे रखते हैं\
‘ये जवानी
है दीवानी’ का सबसे बेहतरीन हिस्सा है बन्नी और उसके जिगरी दोस्त
अदिति और अवी और 8 सालों में उनकी दोस्ती के बीच आने
वाले उतार चढ़ाव | जैसे अवि का बनी पर गुस्सा होना और फिर बाद में उसके गुस्से के कारण का खुलासा करना, मुखर्जी
दोस्ती में होने वाली खटी-मिठ्ठी नोंक-झोंक को अच्छे से समझाते और दिखाते हैं।
रणबीर कपूर की जादूगरी फिर चल गई | फिल्म में रणबीर अच्छे दिखे हैं, अभिनय अच्छा है और डांस भी ऐसा किया है कि दर्शकों का दिल जीत लें | इस नए सुपरस्टार के लिए एक और अवार्ड इंतज़ार कर रहा है|
अब तो दर्शक रणबीर कपूर में शाहरुख का वो रोमांटिक
अश्क ढूँढने लगे हैं जिसकी दिवानगी का अंदाज़ा भी नहीं लगाया जा सकता \
निर्देशक और निर्माता अपने मुनाफे के लिए ही सही, फिर वैसा ही एक रोमांटिक लवर बॉय की इमेज बनाने की
पूरी तैयारी कर चुके हैं | यही से कहानी शुरू होती है अगले सुपरस्टार की, जो रणबीर ही होंगे अभी तक इसमें कोई शक नहीं |रणबीर के रूप में
एक्टिंग और रोमान्स का एक ऐसा चेहरा उभर रहा है जो लोगो को मान्य है |
प्रीतम का संगीत फिल्म का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है| फिल्म का म्युजिक इसकी यूएसपी कहा जा सकता है\ ‘बलम पिचकारी’ और ‘बद्तमीज़‘दिल’ ‘कबीरा’ और ‘घाघरा’ गाने पहले ही सुपरहिट हो चुके हैं\ माधुरी दीक्षित के डांस ने घाघरा गाने में चार चांद लगा दिया| दरअसल यह
फिल्म एक म्यूजीकल हिट है\ बरसों बाद होली पर प्रीतम ने ऐसा बेहतरीन गाना तैयार किया है जो कई साल तक
होली की मस्ती में सुनाई देगा।
फिल्म अपने
छोटे छोटे किरदारों से भी फायदा पाती है जैसे डॉली
आहूवालिया और कुनाल रॉय कपूर वहीं फारुख शेख भी अपने दो सीन से आपका दिल जीत
लेंगे| दीपिका-रणबीर का मीठा-सा लिप किस सीन भी दर्शकों को
खीचने का काम करेगा\ ये
जवानी है दीवानी ने ये मैसेज दिया है कि जिंदगी गुज़र जाएगी अगर आप रुककर उन लम्हों
को जीना नही सीखेंगे तो।
बैनर –धर्मा प्रॉडक्शन और यू टीवी मोशन
पिक्चर
निर्माता -करण जौहरऔरहीरू यश जौहर
निर्देशक –अयान मुखर्जी
कलाकार –रणबीर कपूर, दीपिका पादुकोण, कल्कि कोचलीन कश्यप, आदित्य रॉय कपूर, फारुख़ शेख़, तन्वी आज़मी, डॉली आहूवालिया,कुनाल रॉय कपूर, नवीन कौशिक, पूनम जगन्नाथन,माधुरी दीक्षित (गेस्ट रोल)|
कहानी –अयान मुखर्जी
संवाद -हुसैन दलाल
गीत –अमिताभ भट्टाचार्य
संगीत –प्रीतम
आवाज़ –मोहित चौहान, सुनिधि चौहान, अरिजित, हर्षदीप, रेखा भारद्वाज, शिल्पा राव, श्रीराम, विशाल
दादलानी,टोचि रैना और शलमाड़ी खोलगड़े
अवधि - 159मिनट
बजट –50 करोड़
मूवी टाइप -रोमेंटिक कॉमेडी